क्राउडफंडिंग- ताकि पैसों की कमी सपने ना तोड़ दे!
क्राउडफंडिंग? /Crowdfunding in Hindi
आंखें बंद कर के जरा सोचिए कि आपके बचपन की सबसे अच्छी यादें कौन सी हैं?
जरूर आपके जवाब में मैदान में खेलना, दोस्तों के साथ गप्पे लड़ाना और गर्मी की छुट्टियों में मस्ती करना शामिल होगा। फिर आप यही सवाल आज-कल के बच्चों से पूछिए कि उन्हें अभी क्या अच्छा लगता है?
अधिकतर मामलों में आप पायेंगे कि उनके जवाब कहीं न कहीं gadgets, technology और internet से जुड़े हैं।
जैसे कि- मोबाइल या कंप्यूटर पे गेम खेलना, WhatsApp और फेसबुक पे दोस्तों के साथ चैटिंग करना या YouTube पे मजेदार videos देखना।
हो सकता है आज की तारीख में ये बातें सिर्फ शहरी बच्चों के लिए fit बैठें, लेकिन हर हाथ में पहुँच रहे smart phones और सस्ते हो रहे डाटा प्लान्स इसे देश के हर एक बच्चे की हकीकत बना देंगे।
दोस्तों, बचपन की तरह ही दुनिया में ज्यदातर चीजें digitize होती जा रही हैं। और आज मैं आपके साथ ऐसी ही एक चीज के बारे में बात करुँगी जिसे हम Crowdfunding कहते हैं।
क्या होती है क्राउडफंडिंग / Crowdfunding in Hindi
Crowd का मतलब होता है भीड़ और Funding का अर्थ पैसे इकट्ठे करने से है। तो क्राउड+फंडिंग का सरल मतलब है भीड़ या बहुत से लोगों से पैसा इकट्ठा करना।
यह कोई नई बात नहीं है सदियों से हमारे यहां मंदिरों और सड़कों के निर्माण के लिए लोग छोटी-छोटी राशियाँ दान करते रहे हैं। अपने इलाके में आपने भी कभी न कभी गणेश चतुर्थी, दूर्गा पूजा, होलिका दहन, या ऐसे ही किसी उत्सव के लिए चंदा इकठ्ठा किया होगा या हो सकता है आपने schooling के दौरान किसी NGO के लिए funds collect किये हों! यह सभी एक तरह की ऑफलाइन क्राउडफंडिंग थी।
भारत की सबसे सफल crowdfunding का example 1977 में बनी फिल्म मंथन है। इसे बनाने के लिए 500000 किसानों ने 2-2 रुपए का योगदान दिया था।
हो सकता है आप सोचें कि इस भला तरह की चीजों का digitization से क्या लेना-देना?
तो आपको बता दें कि आज इन्टरनेट की मदद से लोग तरह-तरह के initiatives या personal benefits के लिए पूरी दुनिया भर के लोगों से पैसे जुटा रहे हैं। और जो क्राउडफन्डिंग या चंदा इकठ्ठा करने की प्रक्रिया किसी गाँव-मोहल्ले या शहर तक सीमित थी वो अब एक global phenomenon बन चुकी है।
यदि आपको किसी काम के लिए पैसे जुटाने हैं तो सबके घर-घर जाकर समझाने की बजाय आप सोशल मीडिया पर एक साथ हजारों लोगों के सामने अपनी बात रख सकते हैं और अपने प्रोजेक्ट में योगदान करने के लिए motivate कर सकते हैं।
और इस काम को आसान बना रहे हैं world wide web यानि इन्टरनेट पे मौजूद सैकड़ों crowdfunding platforms.
Crowdfunding Platforms क्या होते हैं?
Basically, ये एक वेबसाइट होती है जहाँ पर पैसे जुटाने वाले और पैसे देने वाले एक दूसरे से कनेक्ट हो सकते हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर आप अपनी या किसी और की ज़रूरत के लिए कोई campaign run कर के फण्ड इकठ्ठा कर सकते हैं।
Crowdfunding Platforms से हम किस तरह के काम के लिए पैसे जुटा सकते हैं?
इन प्लेटफॉर्म्स के जरिये आप अलग-अलग nature की चीजों के लिए पैसे जुटा सकते हैं, for example:
- सोशल वर्क के लिए
- किसी business idea को implement करने के लिए ( कुछ प्रैक्टिकल बिजनेस आइडियाज यहाँ देखें)
- किसी ज़रूरतमंद के इलाज के लिए
- किसी को पढाई में हेल्प करने के लिए
- यहाँ तक की आप विदेश यात्रा करने के लिए या फिर अपना album launch करने के लिए भी पैसे कलेक्ट कर सकते हैं
- तो यही सोच रही होगी उनकी जिन्होंने इंटरनेट पर ऐसे प्लेटफॉर्म बनाए जहां आप अपनी जरूरत के लिए पैसा जुटा पाए
पैसे जुटाने के लिए क्या-क्या steps लेने होंगे?
Step 1: Decide करिए कि आपको किस काम के लिए, कितने पैसे, कब तक collect करने हैं। और इसके अराउंड अपनी story create करिए। क्राउडफंडिंग में आप आपनी बात किस तरह से रखते हैं ये बेहद ज़रूरी है क्योंकि इसी की basis पर लोग decide करते हैं कि वे आपकी help करने को तैयार हैं या नहीं!
Step 2: अपने purpose के हिसाब से सही crowdfunding platform select करिए।
इसके लिए आप different crowdfunding platforms की वेबसाईट विजिट करिए और analyze करिए कि वहां पर कैसी-कैसी योजनाओं कर समर्थन किया गया है। क्या आपसे मिलते जुलते purpose के लिए किसी ने वहां पैसे जुटाए हैं? यदि, ‘हाँ’ तो आपके यहाँ सफल होने के chances बढ़ जाते हैं।
Step 3: Website पर आपसे और आपके fund raising goal से रिलेटेड कुछ जानकारी मांगी जायेगी। यहाँ आपको बिलकुल genuine रहना चाहिए और सही-सही जानकारी देनी चाहिए। कभी भी गलत जानकारी देकर और किसी छिपे हुए मकसद के लिए पैसे ना जुटाएं। अच्छे crowdfunding platforms campaign चलाने वाले लोगों की जांच करते हैं और फ्रॉड करने वाले लोगों पे कानूनी कार्यवाही भी कर सकते हैं।
Step 4: अपने campaign से रिलेटेड photos, videos, website और बाकी promotional content create कर लें और इसे Facebook, ब्लॉग पोस्ट्स और अन्य तरीकों से promote करें।
Step 5: Campaign को लगातार monitor करते रहें और अगर इससे सम्बंधित कोई भी प्रश्न उठता है तो उसे फ़ौरन answer करें।
Step 6: And last but not the least, मदद करने वालों को THANK YOU कहना ना भूलें।
यदि मैं किसी प्रोजेक्ट के लिए पैसे देना चाहता हूँ तो क्या करूँ?
यदि आप उन लोगों में से हैं जो किसी cause के लिए अपना support देना चाहते हैं तो भी क्राउडफंडिंग आपके लिए अच्छा उपाय है। आप simply किसी भी crowdfunding website पर जाकर और अपने पसंदीदा प्रोजेक्ट के लिए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या अन्य तरीकों से पेमेंट कर सकते हैं। कुछ वेबसाइट्स पेमेंट करने से पहले आपको रजिस्टर करने को कहती हैं तो कुछ पे आप बिना रजिस्टर किये भी पेमेंट कर सकते हैं।
भारत की सबसे जानी मानी क्राउडफंडिंग वेबसाइट इस प्रकार हैं:
- Ketto – इस वेबसाइट को एक्टर कुणाल कपूर चलाते हैं। इस पर 10 हजार से ज्यादा कैंपेन चलाए जा चुके हैं। इस वेबसाइट पर कैंपेन चलाने वालों को पूरी रकम का 12-14% शुल्क के तौर पर और पेमेंट गेटवे charges के तौर पर अदा करना होता है।
- Milap – डोनेशन क्राउडफंडिंग (दान) के अलावा मिलाप पर lending यानि उधार भी लिया जा सकता है। कुल मिलाकर इनकी फीस पूरी रकम का लगभग आठ परसेंट होती है।
- Crowdera – यह प्लेटफार्म अमरीका और भारत में कार्यरत है और अपने ग्लोबल लॉन्च की तैयारी कर रहा है इसके फाउंडर्स का मानना है कि किसी अच्छे काम में लगे व्यक्ति से फीस नहीं लेनी चाहिए। इसी सोच के चलते क्राउडएरा पर कैंपेन चलाने वालों से कोई सर्विस चार्ज नहीं लिया जाता है।
- Bit Giving – सामाजिक कार्यों के अलावा बिटगिविंग पर कलात्मक रुचियों और इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स के लिए भी पैसे इकट्ठा किए जा सकते हैं। NGOs को इस वेबसाइट पर 6% शुल्क लगता है और बाकियों को 8%. जो कैंपेन असफल होते हैं उनके लिए 10% शुल्क लिया जाता है।
- FuelADream – इस website पर fundraisers all or nothing (पूरा या कुछ भी नहीं) और Keep What You Get (जो मिला वो रखिये) विकल्पों में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं। वैसे इनकी fees जमा हुई राशि का 9% है, लेकिन service tax का 14% जोड़ कर कुल रकम का लगभग एक चौथाई हिस्सा service charges के रूप में लिया जाता है।
- Impact Guru -इंपैक्ट गुरु इंपैक्ट गुरु पर 100 से ज्यादा कैंप 16 अलग-अलग देशों में किए जा चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा में योगदान होने की वजह से इस प्लेटफार्म का शुल्क 10% है।
इन websites पर अगर आप live projects को regularly visit करें तो आप कई जरुरतमंद लोगों की मदद कर सकते हैं। ये सारी जानी-मानी वेबसाइट हैं और कैम्पेन बनाने वालों की जांच-परख करती रहती हैं। इसलिए अगर आप इन वेबसाइटस के जरिए किसी की मदद करते हैं तो इस बात का इत्मीनान रख सकते हैं कि आपका पैसा सही जगह और सही लोगों को ही मिलेगा।
इनके अलावा भी भारत में कई क्राउडफंडिंग प्लेटफार्म उपलब्ध हैं। इंटरनेट के जरिए ये सारे प्लेटफॉर्म्स इस दुनिया को हर प्रोजेक्ट के साथ और बेहतर बनाने में जुटे हैं और अब आप भी इस क्रांति का हिस्सा बन सकते हैं।
Thank You!
Payal Gwalani
Woking at Crowdera, a Free Crowdfunding Platform
Email: payal@crowdera.co
Woking at Crowdera, a Free Crowdfunding Platform
Email: payal@crowdera.co
पायल जी एक भूतपूर्व पत्रकार हैं और अभी वे क्राउडएरा नामक क्राउडफंडिंग प्लेटफार्म के साथ कार्यरत हैं। Crowdfunding से सम्बंधित इतनी अच्छी जानकारी शेयर करने के लिए हम उनके आभारी हैं। We wish her all the very best in her efforts to fulfill dreams of common man
Note: Crowdfunding से जुडी बातें विस्तार से समझने के लिए यहाँ जाएं (FAQs in English)
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