Tuesday, 3 May 2016

खुस रहने वाले लोगो कि 7आदते

खुश रहने वाले लोगो कि होति है 7 आदते 

The seven habits of happy people 



dosto,

खुश रहना  मनुष्य का जन्मजात स्वाभाव होता है .  आपने कभी सोचा है कि आखिर  बच्चा  जन्म से  हि अकसर खुश खुश क्यों रहता है . बच्चा हर समय खुस क्यों रहता है ?
क्यों हम अक्सर कहते है कि  childhood  days life ऑफ़ best days होते है ?   क्यूंकि हम पैदिसी हैप्पी होते है|
पर जैसे जैसे हम बारे होते है ,हमारा एनवायरनमेंट ,हमारा समाज  ,हमारे अंदर इम्पुरिटी डालने लगता है , और धीरे धीरे हमारे अंदर impurity का लेवल इतना बढ जाता है  कि हम happyness को nature state sadness
nature state में बदने लगता है .


लेकिन ऐसा सब के साथ नही होता , दुनिया में
 अभी बहुत ऐसे लोग है जो हैप्पी रहने के लिए 
आपने nature स्टेट को बचाए रख पाते है और लाइफ टाइम 
खुस भी रहते है.



तो क्या ऐसा आदमी हमेशा खुश रहते है , नहीं , उनके भी जीवन में सब कि तरह सुख दुःख आता रहता है , और उनके भी जीवन में दुःख सुख का आना जाना लगा रहता है ,  पर आम तौर पर ऐसे आदमी व्यर्थ कि चिंता नहीं करते है ,  अक्सर खुश रहते है ,हमेशा हस्ते मुस्क्रुराते रहते है .

तो सवाल अब उठता है ,कि जब ये लोग खुश रह सकते है तो , तो बाकी सब के सब क्यों नही रह सकते है , आखिर उनमे आसी कोण सी आदत है ,जो ये खुस रह सकते है और नहीं , जो इन्हें बहुत साडी टेंशन के बाबजूद भी ये खुस रह सकते है , और इतनी टेंशन के बाबजूद भी ये आपनी खुशाली बांये रखते है .  आज मै आपके साथ इन खुशाल लोगो कि ७ habbit शयेर करने जा रह हु , जिस से आप भी खुस रहे , तो अब जानिए इन सात आदतों को 

ये क्या है सात आदते 

आदत 1;खुस रहने वाले हमेश अच्छा खोजते है , बुरा नहीं |:

हhuman बेंग्स कि एक नेचुरल tendency होति कि ओ हमेशा नेगेटिव को जल्दी से catch करता है , मतलब पक्र्ता है , या ज्यादा नेगेटिव के बारे में हि सोचता है  phychologists इस tendency को नेगतिवित्य्बिअस' कहते है |
अधिकांस लोग जो दुसरो में कमी जल्दी देख लेते है पर उनके अछे के तरफ ध्यान हि नही देते हा , लेकिन खुश रहने वाले लोग हमेशा अछे के तरफ ध्यान देते , हर एक situation में अच्छाई को देखते है ,,अच्छाई खोजते है , और उनका ये मन्ना होता है कि जो कुछ भी होता है अछे के लिए होता है ,किसी में भी अच्छाई देखना असं है ,बस आपको आपने आप में एक प्रश्न पूछना है कि ये व्यक्ति क्यों अच्छा है , इसक कुछ न कुछ खास है.
आप जैसे हि किसी व्यक्ति में एक अच्छाई दिख जायेगा , वैसे हि आपकी मस्तिक या mind आपको सिर्फ अच्छाई हि दिखायेगा , आपको आपने आप उसके बहुत सरे अच्छाई दिख सकेगा , और  अच्छाई दिखना सुरु हो जायेगा |


दोस्तों , आपको अच्छाई सिर्फ आपको लोगो में हि नही खोजना है आपको हर एक situation में अच्छाई  को खोजना है ,और पॉजिटिव रहना है .बस आपको ये देखना है है उसमे क्या अच्छा है.  example::--अगर आप किसी जब में सेलेक्ट नही हो पाए तो ,आपको ये सोचना है कि भगवन आपके लिए उस से भा अछि जॉब रखे हुआ है  जो आपको देर मिलेंगी , और आपको किसी अनुभवी व्यक्ति से पुच भी सकते है , आपको ओ भी यही बताएगा , आपको जब नहीं मिल्ली तो क्या हुआ , अगर आपको जब नहीं मिल्ली तो आपके लिए तो , मगर उस कंपनी के लिए ख़राब , बौस यही सोचना |

आदत 2:-खुस रहने वाले लोग हमेशा माफ करना जानते है और माफी मग्न भी |

हर किसी का आपना आपना एक ego होता है जो किसी जाने अनजाने औरत द्वारा hurt हो सकता है . पर जो खुस रहने वाले है ओ इतनी छोटी सी बात को दिल से लगते हि नहीं बस ओ उ हि माफ कर देते है  सिर्फ दुसरो को हि नही बल्कि खुद को भी .

अगर इनसे भी कोई गलती हो जाती तो ये माफी मांगने से भी नहीं कतराते है. क्यूंकि ओ जानते है कि उनकी व्यर्थ कि ईगो  उनकी लाइफ को काम्प्लेक्स बनाएगा . इसलिए ओ सॉरी बोलने से भी कभी कंजूसी नही करते है , दोस्तों मुझ से भी गलती हो जाती तो मै भी उसे सही ठहराने कि कोसिस नही करते  और उस से सॉरी बोल देता हु

माफ करना और माफी मांगना  आपके दिमाग को  हल्का करता है ,और फालतू के बातो से बचाता है , आपको उलझन और परेशानी से भी बचाता है   , और आप खुश रहते है९ 

आदत 3खुश रहने वाले लोग आपने चारो तरफ एक strong suppot system develop  करते है 

strong suppot system develop  करते है 

ये सपोर्ट system दो पिलर पर टिका होता है ,
1. फॅमिली2. फ्रेंड
जिनगी में खुश रहने के लिए फॅमिली फ्रेंड का बहुत बार योगदान है , भले आपके पाश दुनिया भर का दौलत हो शोहरत हो , अगर आपके पास फॅमिली नहीं तो कुछ भी नही , आप ज्यादा दिनों तक खुस नही रह सकते है .

हो सकता है आपको बरी ऑब्वियस सी बात लगोई  हो . आपके पास बहुत अछे दोस्त है बहुत प्यार करने वाला फॅमिली भी है , लेकिन आप इस पर थोरा सा सोचिये , कि आपके पास ऐसे कितने फ्रेंड्स है है जो 
 फॅमिली और फ्रेंड्स का कभी भी फॉर गारेंटी नही लेना चाहए , आपको एक अच्छा रिलेशन बनाने के लिए आपको आपने हितो से ऊपर उठ कर देखना होगा , दुसरे को केयर करना होता है ,उसे जेंटली लिखे करना होता है , जितना हो सके आपने रिश्ते को बेहतर बांये .
 छोटी छोटी चीजे   जैसे कि बर्थडे wishकरना , बधाई देना , सच्ची प्रसंसा करना ,मुस्कुराते हुये मिलना , गर्मजोशी से हाँथ मिलाना , गले लग्न , आपसी संबंधो कि प्रगाढ़ बनता है , जब आप ऐसा करते भाई तो बदले में
आपको भी वही मिलता है , और आपकी ज़िन्दगी  खुशाल बनाते है |

आदत4:-खुश रहने वाले लोग या तो मन का काम करते है ,या जो काम करते है उस में मन लगते है 

यदि आप आपने मन का या आपने इंटरेस्ट का काम करते है  तो सिओर  है कि happyness आपकी उओतिएन्त को बढ़ाएगा , लेकिन ज्यादा टार लोग इतने लकी नही होते कि जॉब और bussines उसके मन का मिल जाए .
उनको ऐसी जॉब या bussines  में लग्न होता है जो उनके मन या इंटरेस्ट के हिस्साब से नही होति है , पर खुश रहने वाले लोग उस्सी काम को मन से करते है , और उस्सी काम में आपना मन लगा लेते है , आर आपनी पसंदीदा काम पाने कि प्रयाश करते है ,

मैंने कई बार यह भी देखा कि जो लोग जिस कंपनी में काम करते है उसी कंपनी कि हिने करते है , और कहते रहते है कि बेकार के काम है ,, ऐसा करना आपकी लाइफ को और डिफिकल्ट बनाता है, खुश रहने वाले लोग काम कि हिने नहीं करते है , ओ काम कि पहलुओ को सकरात्मक सोचते है ,उस पर फोकस करते है ,और उस पर enjoy करते है .

अगर हम खुशहाल लोगो को देखे तो आपने मन का काम करते है पर आप जो कर रहे है ,उस से कुछ सीखना अछि बात है.
 पर स्टीव जॉब्स कि भी बात याद रखे , आपकी काम आपकी ज़िन्दगी कि एक बहत बरी हिस्सा है 
और त्रुथ्ली सतिस्फ़िएद होने कि एक तरीका भी है 

आदत 5-खुस रहने वाला हर उस बात पे यकीन नही करता जो उसके दिमाग में आती है >

scientists ke अनुसार हमारा दिमाग हर रोज 60000 thought पproduce करता है , एक नार्मल मतलब आम आदमी के केस में इनमे से जयादातर नेगेटिव होते है .अगर आप आपने दिमाग को डेली हजारो नेगेटिव थॉट्स से फीड करेंगे तो खुश रहना मुस्किल होगा हि न . इसीलिए खुश रहने वाले लोग दिमाग में आ रहे बिचारो को पनपने नहीं देते है , ओ benifit ऑफ़ doubt देना जानते है  और ओ जनता है कि ओ सोच रहे है ओ गलत है जिससे ओ बुरा समझ रहे है ओ अच्छा है ऐसा कर के लोग रिलैक्स हो जाते है .दरअसल हमारी सोच के हिस्साब से हमरे ब्रेन में केमिकल reaction होते रहटा है , जो हमरे मुद को कुश या दुःख करते है .

जब आप negative थॉट्स को सुच मन लेते है तो आपका ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है, और आप तेन्सिओनिज़े हो जाते है ,  और आप व्ही दूसरी तरफ उस पर doubt कर देते है , 
\और अनजाने में ब्रेन कजो रिलैक्स रहने का सिग्नल दे देते है .


आदत 6::- खुश रहने वाले लोग काम को किसी बरयूद्देश्य के साथ जोरते है .


एक बार एक बुध आदमी कही से आ रहा था , तभी रस्ते में उसने तिन मजदुर  को काम  पुल  में काम करते हुए देखा , 
तो वः बुध आदमी  मजदुर के पास गया  ,और पहला मजदुर से पूछा कि , तुम क्या कर रहे हो ?
बूढा दिखाई नहीं देता मै ईटा धो रह हु ,उसने जबाब दिया बी

फिर उसने दूसरा मजदुर के पास गया और वही प्रश्न किया ,तुम क्या कर रहे हो , मै आपने परिवार कि पेट पलने के लिए मजदूरी कर रहा हु.
 फिर तीसरे मजदुर के पास गयी ,और व्ही प्रश्न किया ,तुम क्या कर रहे हो ,
 तो उसने जवाव दिया , कि मै एक पुल का निर्माण कर रहा हु , 
अब आपको पत चल गे होगा कि इन तीनो में से कौन सा खुस ज्यादा हि है ,
 इसी तरह से मै भी खुस रहता हु , radiantgaurav.com

आदत 7::_ खुश रहने वाला आदमी अपनी लाइफ में होने वाली चीजो के लिए खुद को जिम्मेबार मानता है 


खुश रहने वाले आदमी रेस्पोंसिबिलिटी लेना चाहते है , उनके साथ अगर कुछ बुरा होता तो इसक ब्लामे ओ दुसरो पर नहीं लगते है . ओ खुद को इसके लिए ज़िम्मेदार मानते है , अगर कुल्लेगे के लिए लेट हो जाता तो ओ ट्रैफिक को नहीं कोसते सोचते है कि थोरा पहले निकल जाना चाहिए था .


आप आपने success का क्रेडिट किसी और को दे दे लेकिन आपने failure का creadit आपने आप को हि दे , अ जब आप आपने साथ होने वाला चीजो का दोस दुसरो को देते है तो ,  उसके अंदर से क्रोध आ जाता है , अगर आप अपने आप को दोस देते है तो ,थोरा देर के लिए , आपने रस्ते से हट जाते है ,लेकिन आप उन्हें सही करने में जुट जाते है , 

मै भी आपने लाइफ में कुछ भी बुरी होने वाली चीज को खुद को जिम्मेदार मानता हु . ऐसा करने से मेरी एनर्जी दुसरो में गलती दूंधने के बजाये , आपने आप को इम्प्रूव करने लग जाता है 

और ये उल्तिमेत्ली मेरी ख़ुशी को बढाती है .



च्गालिये अब हम सबा मिल कर ख़ुशी को बढ़ाते है 

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