करियर का चुनाव करने से पहले अवश्य पढ़ें यह कहानी, मिलेगी 100% Success
एक बार किसी गांव में एक बुढिय़ा रात के अंधेरे में अपनी झोंपड़ी के बाहर कुछ खोज रही थी। तभी गांव के ही एक व्यक्ति की नजर उस पर पड़ी, ‘‘अम्मा इतनी रात में रोड लाइट के नीचे क्या ढूंढ रही हो?’’
व्यक्ति ने पूछा, ‘‘कुछ नहीं, मेरी सुई गुम हो गई है। बस वही खोज रही हूं।’’, बुढिय़ा ने उत्तर दिया।
फिर क्या था, वह व्यक्ति भी महिला की मदद करने के लिए रुक गया और साथ में सुई खोजने लगा। कुछ देर में और भी लोग इस खोज अभियान में शामिल हो गए और देखते-देखते लगभग पूरा गांव ही इकट्ठा हो गया।
सभी बड़े ध्यान से सुई खोजने में लगे हुए थे कि तभी किसी ने बुढिय़ा से पूछा, ‘‘अरे अम्मा, जरा यह तो बताओ कि सुई गिरी कहां थी?’’
‘‘बेटा, सुई तो झोंपड़ी के अंदर गिरी थी।’’, बुढिय़ा ने जवाब दिया।
यह सुनते ही सभी बड़े क्रोधित हो गए और भीड़ में से किसी ने ऊंची आवाज में कहा, ‘‘कमाल करती हो अम्मा, हम इतनी देर से सुई यहां ढूंढ रहे हैं जबकि सुई अंदर झोंपड़ी में गिरी थी। आखिर सुई वहां खोजने की बजाय यहां बाहर क्यों खोज रही हो?’’
‘‘क्योंकि रोड पर लाइट जल रही है इसलिए।’’, बुढिय़ा बोली।
मित्रो, शायद ऐसा ही आज के युवा अपने भविष्य को लेकर सोचते हैं कि लाइट कहां जल रही है, वे यह नहीं सोचते कि हमारा दिल क्या कह रहा है। हमारी सुई कहां गिरी है। हमें चाहिए कि हम यह जानने की कोशिश करें कि हम किस फील्ड में अच्छा कर सकते हैं और उसी में अपना करियर बनाएं, न कि भेड़ चाल चलते हुए किसी ऐसी फील्ड में घुस जाएं जिसमें बाकी लोग जा रहे हों या जिसमें हमें अधिक पैसा नजर आ रहा हो।
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