सिविल सेवा परीक्षा -2016, सपनो
को सकर करने का समय
भारत में सिनिल सेवा परीक्षा सभि परीक्षा मे सबसे महत्वपूर्ण मणि जाती है , तिन चरण ,लगभग एक साल में पूरा होने वाला परीक्षा , युबाओ को रोजगार हि नहीं ,बल्कि एक ऐसा अवसर देती है , जिसके जरिये आप सीधे भारतीय प्रशासन कि हिस्सा बन सकते है . और देश कि नीति निर्माण में आपना योगदान देते है . यदि आप आपने जीवन में पद ,प्रतिस्था और सम्मान पनेद कि सपना रखते है , तो आपके सपनो का साकार होने का समय आ गया है , आप तैयार हो जाइये ?
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ऐसे तो सुचना थोरे बिलम से जरी हुआ , इस लिए स्टूडेंट कुछ ज्यदा हि परेसान हो गए थे |ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि इस बार परीक्षा पैटर्न में बदलाव होना लगभग निश्चित है |, लेकिन सभि सम्भावना के बावजूद ऐसा कुछ नहीं हुआ , इस साल कि परीक्षा भी पुराने पैटर्न पर हि होगी |
जहा तक आपने देश कि सिबिल सेवा कि सवाल है , तो यह भारत कि सर्वाधिक सम्म्मंविये सेवा है ,,,
सिविल सेवा में सामिल होने का सपना ,एक बार पर्तेक भारतीय युवा जरुर देखता है , यही बझ भी है कि सा- दर- साल युवाओ कि संख्या बढती जा रही है |, अब तो मेडिकल ,एन्गीनिरिंग, और मनेजमेंट वाले स्टूडेंट का भी रुझान काफी बाधा हुआ है ,और बढ़ रहा है | और ओ इस परीक्षा में सफल भी हो रहे है है | असल में सिविल सेवा का बढ़ते अकर्सन का मुख्या कारन केवल सैलरी और सुब्धाये हि नही ,बल्कि मुख्या अकर्सन इस सेवा में नेतृत्त्व का है उसमे सामिल होना गौरव कि बात है ,यही अकर्सन युवाओ को आपने और खिचती है |
हा लेकिन इतना ध्यान रखे कि यह परीक्षा देश कि सबसे कठिनतम परीक्षा मणि जाती है .सिविल सेवा कि प्राम्भिक परीक्षा में सामिल होने के लिए लगभग 3 से 4 लाख अभ्यर्थी आवेदन करते है ,जबकि अंतिम सफलता का AVEREGE ०.००१ होता है .
बात साफ जाहिर होति है कि परीक्षा उस भव्य सागर के समान जरुर है \ जिसे पार करने के लिए उम्मीदवारों को करी म्हणत ,सही रणनीति,लगन,तथा समर्पण कि जरुरत है |
लेकिन , सिविल सेवा को लेकर स्टूडेंट के मन में कई तरह कि सवाल अआते है|
सिविल सेवा कि तैयारी से पहले जान ले सभि पहलुओ को
इस परीक्षा कि गहरे और इस में होनेवाली बरी तादात को देखते हुआ , अवसयक है कि इसकी पूरी जानकारी अभ्यर्थी को होनी चाहिए . इसलिए इस परीक्षा कि तयारी सुरु करने से पहले इसके बारे में पूरी तरह से जान लेना अच्छा है , इस से जुडी सभि पहलुओ को भी जान लेना जरुरि है .
प्राम्भिक परीक्षा [प्रेलिम्स]
यह त्रि सस्तिये सिविल सेवा का पहला चरण है , इस में ३तो 4 लाख स्टूडेंट सामिल होते है और इस में से मात्र 13-14 हजार हि मुख्या परीक्षा के लिए निकल पाते है , परम्भिक परीक्षा में 200 ,200 अंको के दो प्रश्न पत्र होते है , जिनकी समय अब्धि 2 -2 गनते कि होति है
question paper
सामान अध्यन का होता है ,इसमे इतिहास,भूगोल,राज-व्यवस्था सामान्य विझान ,अर्थव्यवस्था,पर्यावरण और सामाजिक घटनाये आदि से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है |प्रतेक प्रश्न के लिए 2 अंक निर्धारित होते है पर्तेक गलत के लिए 1/3 अंक काट लिए जाते है .
सेकेंड papeर सी सैट का है इसमें बोध्यग्मता ,संचार कौसल सहित अंतर वैयक्तिक कौसल, तार्किक कौसक और विस्लेशानात्मक पॉवर , और समस्या समाधान ,सामान्य मानसिक योग्यता आद्सी से सम्बंधित पर्सन पूछे जाते है .
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मुख्य परीक्षा [main एग्जाम]
परीक्षा के इस दुसरे और सर्वाधिक महत्वपूर्ण चरण में अभ्यर्थी किज्ञान कि वास्तविक परीक्षा होति है .इसमें कुल 1750 अंको के nine question paper[सामान्य अध्यन के चार प्रश्न पत्र ,किसी वैयेक्ल्पिक भासा कि दो ,और निर्बंध, सामान्य अंग्रेगी और हिंदी के 1 -1 प्रश्न paper ] इसमें से संन्य अंग्रेजी और हिंदी प्रश्न पत्रों के अंक कुल पूर्णांक में नहीं जुरते है .
साक्षात्कार [इंटरव्यू]
यह सिविल सेवा सेवा का अंतिम चरण होता है ,इसमें अभ्यर्थी का बायोडेटा ,उनके वैकल्पिक बीसी ,अभिरुचि, सामयिक रस्त्रिये और अन्तेर्रस्त्रिये घटनाओ से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है .पहले साक्षात्कार 300
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